विश्व धरोहर में शामिल सूची-
यूनेस्को प्राकृतिक विश्व धरोहर स्थल-
यूनेस्को प्राकृतिक विश्व धरोहर स्थल वे स्थल हैं जिनके विशिष्ट सांस्कृतिक पहलू जैसे भूवैज्ञानिक संरचनाएं, भौतिक, जैविक और सांस्कृतिक परिदृश्य हैं। भारत में यूनेस्को प्राकृतिक विश्व धरोहर स्थलों की सूची नीचे दी गई है:
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क्र. |
प्राकृतिक विश्व धरोहर स्थल |
राज्य |
अधिसूचना का वर्ष |
1 |
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान |
असम |
1985 |
2 |
केवलादेव घाना राष्ट्रीय उद्यान |
राजस्थान |
1985 |
3 |
मानस वन्यजीव अभयारण्य |
असम |
1985 |
4 |
नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान और फूलों की घाटी |
उत्तराखंड |
1988, 2005 |
5 |
सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान |
पश्चिमबंगाल |
1987 |
6 |
पश्चिमी घाट |
महाराष्ट्र,गोवा, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल |
2012 |
7 |
ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क- |
हिमाचल प्रदेश |
2014 |
यूनेस्को मूर्त सांस्कृतिक विश्व धरोहर स्थल-
यूनेस्को सांस्कृतिक विश्व धरोहर स्थल वे स्थल हैं जिनमें अद्वितीय सांस्कृतिक पहलू जैसे पेंटिंग, स्मारक, वास्तुकला आदि हैं। भारत में यूनेस्को मूर्त सांस्कृतिक विश्व धरोहर स्थलों की सूची नीचे दी गई है:
क्र. |
मूर्त सांस्कृतिक विश्व धरोहर स्थल |
राज्य |
अधिसूचना का वर्ष |
1 |
होयसलों की पवित्र मण्डल |
कर्नाटक |
2023 |
2 |
शांति निकेतन |
पश्चिम बंगाल |
2023 |
3 |
धोलावीरा |
गुजरात |
2021 |
4 |
काकतीय रुद्रेश्वर (रामप्पा) मंदिर |
तेलंगाना |
2021 |
5 |
वास्तुशिल्प कार्य,आधुनिक आंदोलन में एक उत्कृष्ट योगदान |
चंडीगढ़ |
2016 |
6 |
मुंबई का विक्टोरियन और आर्ट डेको पहनावा |
महाराष्ट्र |
2018 |
7 |
अहमदाबाद का ऐतिहासिक शहर |
गुजरात |
2017 |
8 |
जयपुर शहर |
राजस्थान |
2020 |
9 |
नालंदा महाविहार का पुरातत्व स्थल (नालंदा विश्वविद्यालय) |
बिहार |
2016 |
10 |
रानी-की-वान |
गुजरात |
2014 |
11 |
राजस्थान के पहाड़ी किले |
राजस्थान |
2013 |
12 |
जंतर मंतर |
राजस्थान |
2010 |
13 |
लाल किला परिसर |
दिल्ली |
2007 |
14 |
चंपानेर-पावागढ़ पुरातत्व पार्क |
गुजरात |
2004 |
15 |
छत्रपति शिवाजी टर्मिनस |
महाराष्ट्र |
2004 |
16 |
भीमबेटका के शैलाश्रय |
मध्य प्रदेश |
2003 |
17 |
बोधगया में महाबोधि मंदिर परिसर |
बिहार |
2002 |
18 |
भारत की पर्वतीय रेलवे |
तमिलनाडु |
1999 |
19 |
हुमायूँ का मकबरा |
दिल्ली |
1993 |
20 |
कुतुब मीनार और उसके स्मारक |
दिल्ली |
1993 |
21 |
साँची में बौद्ध स्मारक |
मध्य प्रदेश |
1989 |
22 |
एलिफेंटा गुफाएँ |
महाराष्ट्र |
1987 |
23 |
महान जीवंत चोल मंदिर |
तमिलनाडु |
1987 |
24 |
पत्तदकल में स्मारकों का समूह |
कर्नाटक |
1987 |
25 |
गोवा के चर्च और कॉन्वेंट |
गोवा |
1986 |
26 |
फ़तेहपुर सीकरी |
उत्तर प्रदेश |
1986 |
27 |
हम्पी में स्मारकों का समूह |
कर्नाटक |
1986 |
28 |
खजुराहो स्मारक समूह |
मध्य प्रदेश |
1986 |
29 |
महाबलीपुरम में स्मारकों का समूह |
तमिलनाडु |
1984 |
30 |
सूर्य मंदिर, कोणार्क |
ओडिशा |
1984 |
31 |
आगरा का किला |
उत्तरप्रदेश |
1983 |
32 |
अजंता की गुफाएँ |
महाराष्ट्र |
1983 |
33 |
एलोरा की गुफाएँ |
महाराष्ट्र |
1983 |
34 |
ताज महल |
उत्तरप्रदश |
1983 |
भारत की मानवीय परम्पराओं की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत:-
यूनेस्को द्वारा मान्यता प्राप्त भारत की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत:
क्र |
अमूर्त सांस्कृतिक विरासत |
वर्ष |
1. |
वैदिक जप की परंपरा |
2008 |
2 |
रामलीला, रामायण का पारंपरिक प्रदर्शन |
2008 |
3 |
कुटियाट्टम, संस्कृत थिएटर |
2008 |
4 |
रमन, धार्मिक त्योहार और गढ़वाल हिमालय के अनुष्ठान थिएटर, भारत |
2009 |
5 |
मुदियेट्टू, अनुष्ठान थिएटर और केरल के नृत्य नाटक |
2010 |
6 |
कालबेलिया लोक गीत और नृत्य, राजस्थान |
2010 |
7 |
छऊ नृत्य |
2010 |
8 |
लद्दाख का बौद्ध जप |
2012 |
9 |
संकीर्तन, अनुष्ठान गायन, ढोल और नायक नृत्य |
2013 |
10 |
जंडियाला गुरु के ठठेरे (पंजाब) बर्तन बनाने का पारंपरिक पीतल और तांबे का शिल्प |
2014 |
11 |
योग |
2016 |
12 |
कुंभ मेला |
2017 |
13 |
नवरोज़ |
2016 |
14 |
कोलकाता में दुर्गा पूजा |
2021 |
15 |
गुजरात का गरबा |
2023 |
भारत की जीवंत परंपराएँ उसकी सांस्कृतिक धरोहर, विविधता और ऐतिहासिक समृद्धि का प्रतिबिंब हैं। यहां की परंपराएँ सदियों से चली आ रही हैं, जो न केवल भारत के विभिन्न समुदायों और धर्मों की पहचान हैं, बल्कि वे एक साझा सांस्कृतिक धरोहर भी प्रस्तुत करती हैं। जीवंत परंपराओं की सुरक्षा और परिरक्षण भारत की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित रखने के लिए महत्वपूर्ण है। यूनेस्को, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) और INTACH जैसी संस्थाएं सांस्कृतिक धरोहरों को संरक्षित करने में अग्रणी भूमिका निभाती हैं। भौगोलिक संकेत (GI टैग) और बौद्धिक संपदा अधिकार (IPR) जैसी कानूनी प्रावधान पारंपरिक शिल्प और ज्ञान की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं। 3D स्कैनिंग, डिजिटल आर्काइविंग और वर्चुअल संग्रहालय जैसी तकनीकें धरोहरों को संरक्षित करने के नए साधन प्रदान करती हैं, जिससे इन परंपराओं को अगली पीढ़ियों तक सुरक्षित रखा जा सके भारत में धरोहर स्थलों के संरक्षण और परिरक्षण के लिए यूनेस्को एशिया-पैसिफिक हेरिटेज अवार्ड पुरस्कार दिया जाता है। इसी प्रकार भारत में सांस्कृतिक धरोहरों की शोध और संरक्षण का मुख्य कार्य इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (IGNCA) संस्थान द्वारा किया जाता है।
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