जैन धर्म के प्रमुख सिध्दांत- Principles of Jainism –

भूमिका –
जैन धर्म का उद्बभव छ्ठी शता0 ई. पू. से पहले हो चुका था । जैन धर्म के संस्थापक ऋषभदेव को माना जाता है। किंतु जैन धर्म का सर्वाधिक प्रचार -प्रसार इसके 24वें व अंतिम तीर्थंकर महावीर स्वामी के काल में हुआ। यही कारण है कि महावीर स्वामी ने जिन सिध्दांतो का निर्धारण जैन धर्म के अनुयायियो के लिए किया वे ही सबसे ज्यादा माने गए । उनकी मूल सिध्दांत व शिक्षाएंं निम्नवत हैं-