मौर्यकालीन/कौटिल्य कालीन भारत में राजदूत व्यवस्था

शोध सारांश–      प्राचीन भारत के प्रायः सभी राजशास्त्रियों ने राजदूत की आवश्यकता एवं उपयोगिता को स्वीकार किया है। तत्कालीन समय में राज्य के सुसंचालन हेतु महत्वपूर्ण पद …

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