पर्यावरण संरक्षण – भारतीय दृष्टिकोण से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर सीरीज भाग-16 – Idea of bharat
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Results
#1. ” परित: आवृणोतित पर्यावरणम् ” अर्थात जो चारों ओर से आवृत करता है वही पर्यावरण है। पर्यावरण की यह परिभाषा इनमें से किस ग्रंथ में उल्लेखित है- ।
#2. इनमें से किस ग्रंथ में -आकाश (द्यौ ) को पिता और पृथ्वी को माता की संज्ञा दी गई है –
#3. ”शमन्तरिक्ष दुश्मनों अस्तु ” अर्थात अंतरिक्ष धुंआ और धूल से मुक्त रहे, जिससे हा स्पष्ट देख सकें। किस में उल्लेखित है-
#4. दस कुओं के बराबर एक बावड़ी, दस बावड़ियों के बराबर एक तालाब है, दस तालाबों के बराबर एक पुत्र है एवं दस पुत्रों के बराबर एक वृक्ष है – यह कथन उल्लेखित है-।
#5. ”मातृतमा विषस्य स्थातुर्जगतो जानित्री ” अर्थात जल को विश्व को जन्म देने वाली श्रेष्ठ माँ किस ग्रंथ में कहा गया है-
#6. जल में मल-मूत्र, थूक अथवा दूषित पदार्थ, रक्त या विष का विसर्जन न करें – इसका उल्लेख है –
#7. श्वेताश्वरोपनिषद में वृक्ष को साक्षात ……………कहा गया है-
#8. प्राचीन समय में पर्यावरण संरक्षण को जोड़ा गया –
#9. प्राचीन भारत में निम्न वृक्ष एवं पौधों को देवताओं से जोड़ा गया है-