प्राचीन भारत में विज्ञान और प्रौद्योगिकी से सम्बन्धित महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर सीरीज भाग – 15 / idea of bharat by Results Post Views: 218 Like this:Like Loading... Related Share with friends ! Post Views: 218 Like this:Like Loading... Related Share with friends ! #1. किस देश को सोने की चिड़िया कहा जाता था- जर्मनी जर्मनी श्रीलंका श्रीलंका भारत भारत इंग्लैण्ड इंग्लैण्ड #2. सोना प्राप्त करने के कारण सिन्धु को कहा गया था- सिन्डन सिन्डन हिरन्यमयी हिरन्यमयी सुनार सुनार सोनारवती सोनारवती #3. कहाँ की चूड़ियाँ अपनी कारीगरी के लिए विख्यात हैं- मथुरा मथुरा अलीगढ़ अलीगढ़ फिरोजाबाद फिरोजाबाद आगरा आगरा #4. श्याम अथवा कृष्ण अयस का प्रयोग किया गया किस ग्रन्थ में उल्लेख किया गया है- ऋग्वेद ऋग्वेद युजुर्वेद युजुर्वेद सामवेद सामवेद अथर्ववेद अथर्ववेद #5. चांदी का सर्वप्रथम साक्ष्य किस सभ्यता से प्राप्त होता है - हड़प्पा सभ्यता हड़प्पा सभ्यता वैदिक सभ्यता वैदिक सभ्यता सुमेर सभ्यता सुमेर सभ्यता असीरियन सभ्यता असीरियन सभ्यता #6. वैदिक साहित्य में चांदी और सोने की मिश्रित धातु को कहा जाता था- कांस्य कांस्य अयस अयस रजत- हिरण्यय रजत- हिरण्यय सोना-चांदी सोना-चांदी #7. प्राचीन भारत में किस धातु से लोग परिचित नहीं थे - तांबा तांबा चांदी चांदी सोना सोना हीरा हीरा #8. हड़प्पा संस्कृति को एक और संस्कृति के नाम जाना जाता था- लौह संस्कृति लौह संस्कृति सोनार संस्कृति सोनार संस्कृति कांस्य युगीन संस्कृति कांस्य युगीन संस्कृति उपरोक्त सभी उपरोक्त सभी #9. 2600 ईपू में धातु कर्म के बारे में किन स्थानों से पता चलता है- अफगानिस्तान प्रांत अफगानिस्तान प्रांत मुंडीगाक मुंडीगाक बलूचिस्तान बलूचिस्तान उपरोक्त तीनों से उपरोक्त तीनों से #10. रामायण में कांस्य बनाने वाले को कहा जाता था- कांस्यकार कांस्यकार काँचकार काँचकार लोहार लोहार सोनार सोनार #11. पीतल का उल्लेख किस ग्रंथ में प्राप्त होता है- शब्दकोश शब्दकोश अथर्ववेद अथर्ववेद अमरकोश अमरकोश मिलिंदपन्ह मिलिंदपन्ह #12. मानव निर्मित सर्वप्रथम लोहा मेसोपोटामिया किन शहरों से लगभग 1500 ईपू को प्राप्त हुआ - टल अश्मर टल अश्मर टल चंगर बाजार टल चंगर बाजार अनातोलिया अनातोलिया हुडुक रोएल टाम्स हुडुक रोएल टाम्स उपरोक्त चारों से प्राप्त हुए । उपरोक्त चारों से प्राप्त हुए । #13. भारत में लोहे का प्रयोग ईपू कब आरंभ हो गया था- 2000 ईपू 2000 ईपू 1500 ईपू 1500 ईपू 1000 ईपू 1000 ईपू 500 ईपू 500 ईपू #14. सिंधु घाटी सभ्यता की लिपि को कहा जाता था- चित्राक्षार लिपि चित्राक्षार लिपि भावात्मक चित्र लिपि भावात्मक चित्र लिपि उपरोक्त दोनो उपरोक्त दोनो केवल एक केवल एक #15. किस स्थान से 10.5 सेमी ऊंची कांसे की एक नर्तकी बाला की मूर्ति मिली है- हड़प्पा से हड़प्पा से लोथल से लोथल से मोहनजोदड़ों से मोहनजोदड़ों से बलूचिस्तान से बलूचिस्तान से #16. 75% - 90% तक तांबा (cu ) और 10% - 25% तक टिन (su ) मिलाने पर किस धातु का निर्माण होता है- पीतल पीतल लोहा लोहा कांसा कांसा जस्ता जस्ता #17. बैलगाड़ी का खिलौना किस स्थान से प्राप्त हुआ है- हड़प्पा हड़प्पा कालीबंगा कालीबंगा मोहनजोदड़ों मोहनजोदड़ों बनवाली बनवाली #18. निम्न में से किस स्थान से ईटों से निर्मित 128 मीटर लंबी एवं 37 मीटर चौड़ी एक आयताकार गोदी (डाकयार्ड) प्राप्त हुआ है - हड़प्पा हड़प्पा मोहनजोदड़ों मोहनजोदड़ों लोथल लोथल बनवाली बनवाली #19. मेसोपोटामिया के एक अभिलेख में प्राप्त उल्लेख ''मेलुहा '' शब्द किस क्षेत्र के लिए प्रयुक्त होता था- असेरियन क्षेत्र असेरियन क्षेत्र मिश्र क्षेत्र मिश्र क्षेत्र सिंध क्षेत्र सिंध क्षेत्र हिमालय क्षेत्र हिमालय क्षेत्र #20. सिंधु सभ्यता में माप-तौल के लगभग 150 बाँट मिले हैं , जिसमें निम्न में से बेमेल माप को छाँटिए - सबसे बड़ा बाँट - 1375 ग्राम सबसे बड़ा बाँट - 1375 ग्राम सबसे छोटा बाँट - 0.87 ग्राम सबसे छोटा बाँट - 0.87 ग्राम 16 छटाक का - एक सेर 16 छटाक का - एक सेर 16 आने का - एक रुपया 16 आने का - एक रुपया 1 आने का- 1 क रुपया 1 आने का- 1 क रुपया #21. शिलाजीत का उपयोग प्राचीन भारत में किया जाता था - चिकित्सा के लिए चिकित्सा के लिए सजावट के लिए सजावट के लिए वास्तुविज्ञान के लिए वास्तुविज्ञान के लिए उपरोक्त तीनों उपरोक्त तीनों #22. पायथागोरस वाला प्रमेय किस ग्रंथ में उल्लेखित है- ग्रहसूत्र ग्रहसूत्र शूल्वसूत्र (300 ईपू) शूल्वसूत्र (300 ईपू) रामायण रामायण सूत्रसार सूत्रसार #23. वेदांग ज्योतिष की रचना की - भरत मुनि भरत मुनि व्यास मुनि व्यास मुनि लाग्ध मुनि लाग्ध मुनि अगस्त मुनि अगस्त मुनि #24. वेदांग ज्योतिष में उल्लेखित है- एक सौर वर्ष में 366 दिन माने गए एक सौर वर्ष में 366 दिन माने गए इसमें 27 नक्षत्रों का नाम है इसमें 27 नक्षत्रों का नाम है केवल एक केवल एक एक और 2 दोनो एक और 2 दोनो #25. प्रख्यात गणितशास्त्री आर्यभट्ट किस काल से संबंधित थे- वैदिक काल वैदिक काल वैदिकोत्तर काल वैदिकोत्तर काल गुप्तकाल गुप्तकाल हर्ष काल हर्ष काल #26. आर्य भट्ट ने किन विषयों में अभूतपूर्व योगदान दिया - बीज गणित बीज गणित ज्यामिति ज्यामिति त्रिकोणमिति त्रिकोणमिति क्षेत्रमिति क्षेत्रमिति ये सभी ये सभी #27. आर्यभट्ट की रचना का नाम है - वृहत संहिता वृहत संहिता आर्यभट्टीयम आर्यभट्टीयम ग्रह गणित ग्रह गणित गोलाध्यक्ष गोलाध्यक्ष #28. आर्य भट्ट 5 वीं सदी और वराहमिहिर 6 वी सदी के दो प्रख्यात विद्वान थे, वराहमिहिर की रचना का नाम है- वृहतसंहिता वृहतसंहिता ब्रम्हारज्जाक ब्रम्हारज्जाक लघुजातक लघुजातक पंचसिद्धांतिका पंचसिद्धांतिका उपरोक्त सभी उपरोक्त सभी #29. ''ब्रम्हास्फुट '' एवं '' खण्ड खाद्य'' किसकी रचना है- आर्य भट्ट आर्य भट्ट विष्णु गुप्त विष्णु गुप्त ब्रम्हागुप्त ब्रम्हागुप्त भास्कराचार्य भास्कराचार्य #30. 1150 ई में लिखी '' सिद्धांत शिरोमणी '' के रचनाकार हैं- मालकाचार्य मालकाचार्य वराहमिहिर वराहमिहिर भास्कराचार्य भास्कराचार्य इनमें से कोई नहीं इनमें से कोई नहीं #31. चिकित्सा के क्षेत्र में वांगभट्ट की रचना है अष्टांग संग्रह अष्टांग संग्रह अष्टांग हृदय अष्टांग हृदय उपरोक्त दोनो उपरोक्त दोनो केवल 2 केवल 2 #32. पशु चिकित्सा के क्षेत्र में सबसे प्रसिद्ध ग्रंथ है- चरक संहिता चरक संहिता सुश्रुत संहिता सुश्रुत संहिता हस्त्यायुर्वेद हस्त्यायुर्वेद इनमे से कोई नहीं इनमे से कोई नहीं #33. रसायन विज्ञान के क्षेत्र में रचित ग्रंथ 'रसरत्नागर ' किसके द्वारा लिखित है- अल्बरूनी अल्बरूनी नागार्जुन नागार्जुन धन्वंतरि धन्वंतरि सुश्रुत सुश्रुत #34. 'चरकसंहिता ' के रचीयता चरक एक आयुर्वेदाचार्य एवं ''सुश्रुतसंहिता'' के रचनाकार सुश्रुत एक शल्य चिकित्सक थे- असत्य असत्य सत्य सत्य असहमत असहमत इनमें से कोई नहीं इनमें से कोई नहीं #35. 'मानसार ' अत्यंत ही उपयोगी ग्रंथ है, यह संबंधित है- आयुर्वेद से आयुर्वेद से चिकित्सा विज्ञान से चिकित्सा विज्ञान से शिल्पशास्त्र से शिल्पशास्त्र से नक्षत्र विज्ञान से नक्षत्र विज्ञान से 3 और 4 दोनो से संबंधित है। 3 और 4 दोनो से संबंधित है। #36. प्राचीन भारत में लकड़ी का कार्य करने वाले को कहा जाता था- कुम्हार कुम्हार मालाकार मालाकार तक्षा तक्षा दंतकार दंतकार #37. वस्त्र बुनने वाले को किस नाम से जाना जाता था- धोबी धोबी बेसकार बेसकार वासोवाय वासोवाय मालाकार मालाकार #38. काले रंग की लचीली धातु है- तांबा तांबा लोहा लोहा सीसा सीसा कांसा कांसा #39. तांबा कितने डिग्री सेल्सियस पर पिघलती है- 200 डिग्री से. 200 डिग्री से. 400 डिग्री से. 400 डिग्री से. 500 डिग्री से. 500 डिग्री से. 600 डिग्री से. 600 डिग्री से. #40. प्राचीन भारत में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी उन्नतशील थी ? असहमत असहमत सहमत सहमत साक्ष्य के आधार पर सहमत साक्ष्य के आधार पर सहमत साक्ष्य के आधार पर असहमत साक्ष्य के आधार पर असहमत Finish Post Views: 218 Share this:FacebookXLike this:Like Loading... Related Share with friends !