राष्ट्रकूट राजवंश इतिहास, प्रशासन, संस्कृति एवं स्थापत्य
प्रस्तावना – ऐतिहासिक स्रोतों से ज्ञात होता है कि राष्ट्रकूट दक्षिण भारत में मौर्यो के समय में रठीक और …
प्रस्तावना – ऐतिहासिक स्रोतों से ज्ञात होता है कि राष्ट्रकूट दक्षिण भारत में मौर्यो के समय में रठीक और …
इतिहास के आइने में सिनौली और प्राचीन भारत के इतिहास में उसका महत्व – वर्तमान में अंतर्राष्ट्रीय पटल पर प्रस्तुत किए जाने की तैयारी की जा रही है। …
गुप्त काल का सामान्य परिचय- मौर्य वंश के पतन के बाद दीर्घकाल में हर्ष तक भारत में राजनीतिक एकता स्थापित नहीं रही। कुषाण एवं सातवाहनों ने राजनीतिक एकता …
जैन धर्म के प्रमुख सिध्दांत- Principles of Jainism – भूमिका – जैन धर्म का उद्बभव छ्ठी शता0 ई. पू. से पहले हो चुका था …
मौर्य प्रशासन- Maurya’s Administration: भूमिका – सम्पूर्ण मौर्य प्रशासन प्रमुखत: दो भागो में विभक्त था। 1.केंद्रीय प्रशासन. 2. प्रांतीय प्रशासन. मौर्यों का केंद्रीय प्रशासन उच्च कोटि का प्रशासन …
सिंधु सभ्यता नगर नियोजन अथवा नगर विन्यास व्यवस्था का वर्णन – प्रस्तावना- सर्वप्रथम सन 1826 ई. में एक अंग्रेज अधिकारी चार्ल्स मेसन ने …
जैन एवम बौध्द धर्मो का उदय एवम कारण- भूमिका- उत्तर वैदिक काल के बाद भारत में अनेक सामाजिक, धार्मिक, राजनैतिक और आर्थिक परिवर्तन हुए , …
सिकंदर का भारत पर आक्रमण – 6 वी शताब्दी ई.पू. के मध्य जब उत्तरी -पूर्वी भारत में मगध साम्राज्य के नेतृत्व में राजनीतिक …