भारतीय आर्थिक व्यवहार, आर्थिक संस्थाएँ और प्राचीन भारतीय अर्थशास्त्रियों पर आधारित अति महत्वपूर्ण वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर

अति महत्वपूर्ण वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर

(भारतीय आर्थिक व्यवहार, आर्थिक संस्थाएँ और प्राचीन भारतीय अर्थशास्त्रियों पर आधारित)

  1. भारतीय आर्थिक व्यवहार में “शुभ–लाभ” की संकल्पना का मुख्य अर्थ है
    (क) अधिक धन कमाना
    (ख) नैतिक और समयानुकूल लाभ
    (ग) व्यापार का विस्तार
    (घ) ब्याज दर बढ़ाना
    उत्तर – (ख) नैतिक और समयानुकूल लाभ
  2. प्राचीन भारत में कृषि को किस रूप में माना गया है?
    (क) अस्थायी व्यवसाय
    (ख) अशुद्ध कार्य
    (ग) जीवन का प्रमुख आधार
    (घ) केवल राज्य का कार्य
    उत्तर – (ग) जीवन का प्रमुख आधार
  3. ऋग्वैदिक काल में आय का मुख्य स्रोत क्या था?
    (क) उद्योग
    (ख) चर्म–उद्यम
    (ग) पशुपालन
    (घ) धातु उद्योग
    उत्तर – (ग) पशुपालन
  4. प्राचीन भारत में “निगम” का संबंध किससे है?
    (क) धार्मिक संगठन
    (ख) व्यापारिक और औद्योगिक संघ
    (ग) सैन्य संगठन
    (घ) कृषि समितियाँ
    उत्तर – (ख) व्यापारिक और औद्योगिक संघ
  5. कौटिल्य के अनुसार राज्य की सर्वाधिक आय किससे प्राप्त होती थी?
    (क) व्यापार
    (ख) भूमि कर (भूमि राजस्व)
    (ग) दान
    (घ) युद्ध
    उत्तर – (ख) भूमि कर
  6. अर्थशास्त्र’ किस प्राचीन भारतीय विचारक की रचना है?
    (क) बृहस्पति
    (ख) शुक्राचार्य
    (ग) कौटिल्य
    (घ) कामंदक
    उत्तर – (ग) कौटिल्य
  7. प्राचीन भारत में “श्रेणी” का कार्य क्या था?
    (क) भूमि पर कर लगाना
    (ख) उत्पादन और व्यापार का नियंत्रण
    (ग) सैनिक प्रशिक्षण
    (घ) कृषि विस्तार
    उत्तर – (ख) उत्पादन और व्यापार का नियंत्रण
  8. भारतीय मुद्रा विकास के प्रारंभिक चरण में कौन-सी मुद्रा प्रचलित थी?
    (क) तांबे के सिक्के
    (ख) कड़ियाँ (कौड़ी)
    (ग) स्वर्ण मुद्रा
    (घ) पेपर नोट
    उत्तर – (ख) कड़ियाँ (कौड़ी)
  9. शुक्रनीति के प्रणेता कौन थे?
    (क) बृहस्पति
    (ख) शुक्राचार्य
    (ग) कामंदक
    (घ) कौटिल्य
    उत्तर – (ख) शुक्राचार्य
  10. बृहस्पति का आर्थिक विचार मुख्यतः किस विषय पर केंद्रित था?
    (क) सैन्य संगठन
    (ख) धन के नैतिक उपयोग पर
    (ग) कृषि–सुधार
    (घ) मुद्रा–प्रबंधन
    उत्तर – (ख) धन के नैतिक उपयोग पर
  11. कामंदक की ग्रंथ ‘नीतिसार’ का मुख्य केन्द्र क्या है?
    (क) अर्थव्यवस्था और कृषि
    (ख) राजनीति और राज्य–प्रबंधन
    (ग) उद्योग–व्यापार
    (घ) न्यायपालिका
    उत्तर – (ख) राजनीति और राज्य–प्रबंधन
  12. भारतीय परंपरा में उद्योग का अर्थ क्या है?
    (क) केवल व्यापार
    (ख) हस्तकला, धातुकर्म और उत्पादन कार्य
    (ग) सरकारी संस्थाएँ
    (घ) कृषि सहकार
    उत्तर – (ख) हस्तकला, धातुकर्म और उत्पादन कार्य
  13. किस काल में निगम और श्रेणियों का सर्वाधिक विकास हुआ?
    (क) वैदिक काल
    (ख) मौर्य काल
    (ग) गुप्त काल
    (घ) मुगल काल
    उत्तर – (ख) मौर्य काल
  14. कौटिल्य अर्थशास्त्र में “धन” को किसका आधार माना गया है?
    (क) धर्म का
    (ख) समाज का
    (ग) राज्य शक्ति का
    (घ) शिक्षा का
    उत्तर – (ग) राज्य शक्ति का
  15. भारतीय परंपरा में कृषि, पशुपालन और उद्योग को कैसे देखा गया है?
    (क) परस्पर विरोधी
    (ख) आर्थिक बहिष्कार
    (ग) परस्पर पूरक और महत्त्वपूर्ण
    (घ) केवल व्यक्तिगत कार्य
    उत्तर – (ग) परस्पर पूरक और महत्त्वपूर्ण
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