भारत के प्रमुख किले (Major Forts of India)
भारत के प्रमुख किले हमारे गौरवशाली इतिहास, स्थापत्य कला और वीरता के जीवंत प्रतीक हैं। ये किले केवल रक्षा और युद्ध की दृष्टि से ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और राजनीतिक गतिविधियों के केंद्र भी रहे हैं। प्राचीन काल से लेकर मध्यकाल और आधुनिक काल तक विभिन्न राजवंशों ने अपने साम्राज्य की सुरक्षा हेतु विशाल और मजबूत किलों का निर्माण कराया। इन किलों की स्थापत्य शैली उस समय की तकनीकी प्रगति और कला-संवेदनशीलता को दर्शाती है।
राजस्थान के किले जैसे चित्तौड़ और कुम्भलगढ़ राजपूत शौर्य की अमर गाथाएँ सुनाते हैं। दिल्ली का लाल किला और आगरा का किला मुगल स्थापत्य की भव्यता और वैभव का परिचायक हैं। महाराष्ट्र के रायगढ़, प्रतापगढ़ और शिवनेरी किले मराठा वीरता और शिवाजी महाराज की सैन्य रणनीति की याद दिलाते हैं। दक्षिण भारत के गोलकुंडा और विजयनगर के किले अपनी अनूठी संरचना और व्यापारिक महत्त्व के कारण प्रसिद्ध रहे हैं।
आज ये किले केवल ऐतिहासिक धरोहर नहीं, बल्कि पर्यटन, शोध और सांस्कृतिक अध्ययन के अमूल्य स्रोत भी हैं। ये हमें भारतीय सभ्यता की विविधता, शक्ति और कलात्मक उत्कर्ष का बोध कराते हैं। इस प्रकार, भारत के किले हमारे अतीत की धरोहर और भविष्य के लिए प्रेरणा-स्रोत दोनों हैं।







